सैन जोस स्केल
सैन जोस स्केल एक सेब के पेड़ों का कीट है और कभी कभी यह फल पर भी दिखाई देता है। यह आड़ू और नाशपाती के पेड़ का भी प्रमुख कीट है। यह व्यापक रूप से हिमाचल प्रदेश के बहुत से क्षेत्रों में देखा गया है। यह सेब का एक अनूठा दिखने वाला कीट है और इसे अप्रत्यक्ष कीट भी माना जा सकता है। यह सैप चूसने वाला कीट है और यह सेब के फलों में विष का निर्माण करता है, जिसकी वजह से फलों पर लाल धब्बे दिखाई देते है।
सैन जोस स्केल के कीट व्यास में ¼ इंच से 1/20 इंच तक हो सकते है और सामान्य रूप से टहनियाँ और पेड़ों की शाखाओं पर पाए जाते हैं। यह फलों पर भी देखे जा सकते है जहाँ ये गोल लाल रंग के धब्बे बनाते है, जिस से फल जर्जर दिखता है।
सकेल के कीड़े सैप को चूस्ते है जिसके परिणामस्वरूप पेड़ों के विकास पर असर पड़ता है। यह पेड़ों के विकास के चरणों याने कि मार्च से नवंबर के दौरान सक्रिय रहते है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया जाए तो, पेड़ एक- दो साल में मर सकते हैं। मादा अंडे नही देती ,पीले जिंदा क्रॉलर्स ( crawlers ) वसंत के दौरान देखे जाते है। ये क्रॉलर्स ( crawlers ) मोम जेसे पदार्थ का निर्माण करते है ताकि खुद को कीटनाशकों से सुरक्षित रख सके। युवा स्केल्स अविकसित फलों पर भी व्यवस्थित हो जाते हैं, आमतौर पर ब्लॉसम अंत ( blossom end ) पर। वयस्क मादा के शरीर का रंग पीला होता और एक गोल गहरे भूरे रंग के स्केल से घिरी होती है जो दो मिलीमीटर व्यास तक हो सकती है।
नियंत्रण
स्केल को नियंत्रित करने के लिए और सेब के पेड़ से पूर्णतः ख़तम करने के लिए कई कदम उठाने की जरूरत होगी। सब से पहले सेब के पेड़ से भारी मात्रा में संक्रमित शाखाओं को काट देना चाहिए। काटी गयी शाखाओं को या तो जला देना चाहिए या बगीचे से हटा देना चाहिए। बगीचे और पेड़ के तोलिये को साफ रखा जाना चाहिए ताकि उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके। सैन जोस स्केल के लिए लेबल किए गये कीटनाशक के साथ डॉर्मेंट ओइल की स्प्रे करें। इस स्प्रे को तब किया जाना चाहिए जब पेड़ निष्क्रिय अवस्था में हो। स्प्रे कुशल तरीके से की जानी चाहिए ताकि स्प्रे पेड़ के सभी भागो पर हो। वयस्क और क्रॉलर ( crawlers ) दोनो ही कीटनाशकों से बचाव के लिए मोम जैसे पदार्थ का निर्माण करते है, इसलिए तेल का प्रयोग किया जाना आवशायक् है। तेल फिल्म का निर्माण करता है जो कीटों को साँस लेने से रोक देती है और नतीजतन वह मर जाते है । बागवानी खनिज तेल ( horticulture mineral oil ) भी क्रॉलर्स ( crawlers ) को नियंत्रित करने के लिए बड बर्स्ट स्टेज से पिंक बड स्टेज तक 2.0% से 1.5% तक लागू किया जा सकता है। यह एक कारगर तरीका है क्यूंकी सैन जोस स्केल का जीवन चक्र इस अवस्था से शुरू होता है।
जैविक नियंत्रण
सैन जोस स्केल के प्राकृतिक दुश्मनो में दो बीटल शामिल हैं, एक लेडी बीटल, (चिलोकोरस ओरबुस) (CHILOCORUS ORBUS), और दूसरे स्माल बीटल, (स्यबोसेफालूस कालीफ़ोर्निकुस।)
परजीवी दुश्मनो मे आफ़यतिस और एंकरसिया शामिल हैं। इन शिकारी कीड़ों और परजिवियों से , स्केल की आबादी को कम करने में सहयता मिल सकती है। लेकिन व्यापक स्पेक्ट्रम कीटनाशकों (broad index pesticides ) का इस्तेमाल जो सीज़न के दौरान अन्य कीटों के लिए प्रयोग किए जाते है, इस प्राकृतिक नियंत्रण को बाधित करते है, जिस के कारण इन मित्र कीटो की मृत्यु हो जाती है और स्केल की आबादी मे बढोतरी हो जाती है। कम सर्दियों के कारण भी इनके मृत्यु दर मे कमी आ जाती है, जिस कारण बाद में इनकी तादात बढ़ जाती है।
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